हम सब किसी न किसी अन्धविश्वास (Superstitious Beliefs) के साथ बड़े हुए है, जो कि पुराने समय से ही एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को पारित हुए है. कुछ लोग आंख बांध कर के इन पर विश्वास कर लेते है तो कुछ को इनको बिलकुल बेकार समझ कर ध्यान नहीं देते. क्या आपने कभी सोचा है इन विश्वासों/अन्धविश्वासो के पीछे कोई कहानी भी हो सकती है.
कहानी !!! शायद आपको भी सुन कर आश्चर्य होगा. लेकिन पुराने समय से चले आ रहे इन अन्धविश्वासो के पीछे भी बहुत सी कहानिया है. तो आईये जानते है कि किस अन्धविश्वास के पीछे कौन सी कहानी छिपी है.
Indian Superstitious Beliefs and Their Logic
1.NOT TRIMMING HAIR ON TUESDAYS / मंगलवार को बाल न काटना
इस पुरानी भारतीय धारणा के पीछे वैज्ञानिक व्याख्या यह है कि पुराने दिनों में भारतीयों लोगो में अधिकांश किसान थे। कड़ी मेहनत के एक सप्ताह के बाद , सोमवार उनके आराम का दिन था। स्वाभाविक रूप से सभी लोग उस दिन यानि सोमवार को अपने मकानों को साफ़ किआ करते थे और उसी दिन अपने बालो को कटवाया करते थे। तो मंगलवार को नाई/नाईयो के पास ज्यादा काम नहीं होता था और वह अपनी दुकानों को बंद रखते थे। यह अभ्यास आज तक जारी रखा जा रहा है।
2. BREAKING A MIRROR BRINGS 7 YEARS OF BAD LUCK / दर्पण टूटने पर 7 साल के लिए बुरा समय
मध्ययुगीन काल में दर्पण बहुत महंगे थे। और अगर किसीने एक एसा दर्पण तोड़ दिया, जो कि नियमित रूप से कोई महत्वपूर्ण राजा प्रयोग करते है. तो दर्पण तोड़ने वाले व्यक्ति को 7 साल के लिए काराग्रह/जेल में डाल दिया जाता था.
3. CAT CROSSING YOUR PATH / बिल्ली द्वारा रास्ता काटना
प्राचीन समय में, रात के दौरान लोगों को केरोसिन लालटेन की रोशनी के साथ बैलगाड़ी में जंगलों के माध्यम से यात्रा करनी पढ़ती थी। यात्रा के समय रास्ते में बहुत से जानवर दिखाई पढ़ते थे. जैसे चीते, हाइना और सियार लोम्डिया। इन जानवरों कि आंखे रात के समय अँधेरे में चमकती है, इनकी चमकती आंखों को देख कर गाड़ी खीचने वाले जानवर जैसे घोडा, गाये, बैल आदि डर जाते थे। यही कारण था कि यात्रा करने वाले कुछ देर रुक कर अपने जानवरों को शांति का माहोल देते थे, ताकि वे बिना डरे यात्रा पूरी कर सके।
बहुत से यात्रियों ने उनके कठिन अनुभवों को साझा किया और अन्य यात्रियों को बताया, जब बड़ी बिल्लिया यात्रा के समय आपके रास्ते में आये तो यात्रा आगे न बढाये. लेकिन जैसे-2 पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये बात आगे पहुची, बदलते समय के पाठ्यक्रम में, लोगो ने वन बिल्लियों को भूल कर घरेलू बिल्लियों ले लिया।
मिथक है कि अगर आपके घर में इधर उधर बाल गिरे होते है तो जल्द ही आप अपने परिवार के भीतर एक लड़ाई देखेंगे। खैर, कौन घर पर झगड़ा होने देना चाहता होगा? लेकिन इस अंधविश्वास के पीछे असली कारण यह है कि यदि घर में बल गिरे पड़े हो तो कई बार हवा चलने से बाल खाने में गिर सकते है. अब तो जान ही गये होंगे कि घर में इधर-उधर बाल गिरे होने से लड़ाई कैसे हो सकती है.
माना जाता है कि अलक्ष्मी( दुर्भाग्य कि देवी) दुकान मालिकों या व्यवसाय के लिए बुरा भाग्य लाती है। इसलिए इन्हें दुकान में प्रवेश करने से रोकने के लिए दुकानों में 7 मिर्च और 1 नींबू को धागे में पिरो कर लटका दिया जाता है । ये भी माना जाता है कि अलक्ष्मी को खट्टा, तीखा और गर्म चीजें खाना पसंद है। इसलिए अलक्ष्मी केवल दरवाजे तक आएगी और अपना पसंदीदा खाना खा कर अपनी भूख को संतुष्ट करने के बाद दुकान में बिना किये ही चली जाएगी ।
बहुत से यात्रियों ने उनके कठिन अनुभवों को साझा किया और अन्य यात्रियों को बताया, जब बड़ी बिल्लिया यात्रा के समय आपके रास्ते में आये तो यात्रा आगे न बढाये. लेकिन जैसे-2 पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये बात आगे पहुची, बदलते समय के पाठ्यक्रम में, लोगो ने वन बिल्लियों को भूल कर घरेलू बिल्लियों ले लिया।
4. CUTTING NAILS AND SHAVING AFTER SUNSET / सूर्यास्त होने पर नाखून कटना या दाढ़ी बनाना
पुराने दिनों में बिजली नहीं होती थी। सूर्यास्त के बाद शेविंग करने या नाखून काटने में अंधेरे के कारण हाथ या चेहरा कट जाने का खतरा रहता था । इसलिए हमारे पूर्वजों ने सूर्यास्त के बाद नाखून न काटने या दाढ़ी नहीं बनाने की सलाह दी थी।
5. DO NOT SWEEP THE HOUSE AFTER SUNSET / सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू न लगाये.
यह भारत में एक आम मिथक है। यदि सूर्यास्त के बाद घर में झाडू लगाया जाये तो लक्ष्मी(धन) घर से बाहर चली जाएगी और यह गरीबी को आमंत्रित करता है । लेकिन इस के पीछे असली कारण यह है कि पुराने समय में बिजली नहीं होती थी, और केवल दिए कि रौशनी किसी छोटे सोने के आभूषण को देखने के लिए पर्याप्त नहीं थी जो कि अँधेरे में झाड़ू लगाने से धूल-मिटटी के साथ कि घर से बाहर जा सकता था । इसलिए सूर्यास्त के बाद झाड़ू न लगाने की सलाह दी गई थी।
6. FALLEN HAIR AROUND THE HOUSE WILL BRING FIGHT IN YOUR FAMILY / घर में इधर-उधर गिरे हुए बालो से परिवार में लड़ाई
मिथक है कि अगर आपके घर में इधर उधर बाल गिरे होते है तो जल्द ही आप अपने परिवार के भीतर एक लड़ाई देखेंगे। खैर, कौन घर पर झगड़ा होने देना चाहता होगा? लेकिन इस अंधविश्वास के पीछे असली कारण यह है कि यदि घर में बल गिरे पड़े हो तो कई बार हवा चलने से बाल खाने में गिर सकते है. अब तो जान ही गये होंगे कि घर में इधर-उधर बाल गिरे होने से लड़ाई कैसे हो सकती है.
7.MENSTRUATING WOMEN ARE CONSIDERED IMPURE AND UNCLEAN / मासिक धरम के दौरान महिलाओ को माना जाता है अशुद्ध
भारत में महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अपवित्र और अशुद्ध माना जाता है। यह, ज़ाहिर ही कई अंधविश्वासों को जन्म देता है । मासिक धर्म के समय महिलाओं को रसोई घर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। उनसे मंदिरों, मस्जिदों और घर में ही सभी धार्मिक स्थलों से दूर रहने की अपेक्षा की जाती है । इसकी अवधि तक एक महिला को खाना पकाने और कई तरह के नियमित रूप से किये जाने वाले घर के कर्तव्यों का पालन करने कि अनुमति नहीं होती है।
कुछ लोगों का तर्क है कि इस अंधविश्वास के पीछे कारण वैज्ञानिक है, और वह कारण यह है कि एक औरत को मासिक धर्म के दौरान खून की कमी होती है और इस तरह वह कमजोरी महसूस करती है इसलिए उस समय महिलाओ को ज़ोरदार गतिविधियों से बचना चाहिए और आराम करना चाहिए।
दूसरों का दावा है कि इस विश्वास में वैज्ञानिक कुछ भी नहीं है और यह सिर्फ समाज में महिलाओं की स्थिति को अधीनस्थ बनाये रखने का तरीका है।
8. HANGING LEMON AND 7 GREEN CHILIES IN SHOPS AND BUSINESS PLACES / दुकान या व्यापार वाले स्थान पर निम्बू और 7 हरी मिरचो को लटकाना
माना जाता है कि अलक्ष्मी( दुर्भाग्य कि देवी) दुकान मालिकों या व्यवसाय के लिए बुरा भाग्य लाती है। इसलिए इन्हें दुकान में प्रवेश करने से रोकने के लिए दुकानों में 7 मिर्च और 1 नींबू को धागे में पिरो कर लटका दिया जाता है । ये भी माना जाता है कि अलक्ष्मी को खट्टा, तीखा और गर्म चीजें खाना पसंद है। इसलिए अलक्ष्मी केवल दरवाजे तक आएगी और अपना पसंदीदा खाना खा कर अपनी भूख को संतुष्ट करने के बाद दुकान में बिना किये ही चली जाएगी ।
लेकिन वैज्ञानिक कारण यह है कि जिस सूती धागे का प्रयोग मिर्च और नींबू को बेध कर लटकाने के लिए किया जाता है वह धागा इस फल से एसिड को अवशोषित कर लेता है। इसकी गंध कीट और कीड़े की दुकानों से दूर रखती है। यह एक सरल कीटनाशक है जो प्राचीन काल से प्रयोग किआ जा रहा है, परन्तु बाकि के विश्वासों कि ही तरह यह भी अन्धविश्वास का रूप ले चूका है और बिना असली कारण जाने ही अम्खे मूँद कर इनको अमल में ला रहे है।
हमारी एक छोटी सी कोशिश कि आप लोगो को इन अन्धविश्वासो के पीछे के सच से अवगत कराया जाये. यदि आपको पसंद आये तो अपने मित्रो और रिश्तेदारों के साथ भी साँझा करे. Facebook पर Like , Comment और Share करना न भूले.
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